गोरखालैंड आंदोलन कुछ मायनों में देश के बाकी आंदोलनों से अलग है। किसी राज्य की मांग को लेकर यह देश का सबसे लंबा चलने वाला आदोलन है। इसमें साजिश, फूट और हत्याएं हुई हैं। अभी जो स्थिति है उसका एक ही हल है कि सभी पक्षों को बातचीत करनी चाहिये और इसके लिये आवश्यक है कि वहां हिंसक गतिविधियां बंद हो।